Lyrics

उनके देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक वो समझते हैं के बीमार का हाल अच्छा है देखिये, पाते हैं उश्शाक़, बुतों से क्या फ़ैज़ देखिये, पाते हैं उश्शाक़, बुतों से क्या फ़ैज़ इक बरहमन ने कहा है, कि ये साल अच्छा है इक बरहमन ने कहा है, कि ये साल अच्छा है हम को मालूम है, जन्नत की हक़ीक़त, लेकिन हम को मालूम है, जन्नत की हक़ीक़त, लेकिन दिल के ख़ुश रखने को, ग़ालिब, ये ख़याल अच्छा है दिल के ख़ुश रखने को, ग़ालिब, ये ख़याल अच्छा है
Writer(s): Ghalib Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out