Lyrics

तेरे बिना ना ही एक घड़ी चैनाँ तेरे बिना ना ही एक घड़ी चैनाँ जिया लागे ना, जिया जाए ना कासे कटें मेरे दिन-रैना? तेरे बिना ना ही एक घड़ी चैनाँ तेरे बिना मोहे भाए ना सावन बरखा अगन लगावे तन तो चाहे भीग भी जाए मन तो सुलगा जाए बादल जैसे बरसें मोरे नैना तेरे बिना ना ही एक घड़ी चैनाँ तेरे बिना हर बात अधूरी, रात अधूरी लागे चाँद अधूरा, खोया-खोया, चाँदनी फीकी लागे बैरी हुई अखियों से निंदिया, हाँ-हाँ तेरे बिना ना ही एक घड़ी चैनाँ जिया लागे ना, जिया जाए ना कासे कटें मेरे दिन-रैना? तेरे बिना ना ही एक घड़ी चैनाँ
Writer(s): A.r. Rahman, Gulzar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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