Lyrics

अँखियों में तू बस जा, अँखियाँ मैं बंद कर लूँ पहले इन अँखियों से बातें मैं चंद कर लूँ तेरी इन्हीं बातों ने मुझे लिया जीत, मितवा आगे-आगे चले हम, पीछे-पीछे प्रीत, मितवा तेरे-मेरे होंठों पे मीठे-मीठे गीत, मितवा पर्वतों के बोलने से दिल डोलते हैं कभी-कभी बे-ज़ुबान पर्वत बोलते-
Writer(s): Prakash Mali Lyrics powered by www.musixmatch.com
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