Top Songs By Bhuvan Bam
Credits
PERFORMING ARTISTS
Bhuvan Bam
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Bhuvan Bam
Lyrics
Mohit Gaur
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Saurabh Lokahnde
Producer
Jarvis Menezes
Producer
Lyrics
चट भी मेरी, पट भी मेरी
सब पाने की ज़िद भी मेरी
चट भी मेरी, पट भी मेरी
सब पाने की ज़िद भी मेरी
बन गई, बन गई
बन गई मेरी ज़िंदगी
सपनों के थे पन्ने बड़े
पूरे करे, फिर से भरे
रुकना, रुकना
रुकना है हरगिज़ अब नहीं
बन गई मेरी ज़िंदगी
बरसों से बंद पिंजरे में पंख खुल रहे हैं
बादल चख-चख मीठे रस में घुल रहे हैं
बरसों से बंद पिंजरे में पंख खुल रहे हैं
बादल चख-चख मीठे रस में घुल रहे हैं
अब ख़्वाहिश ढीठ बड़ी है, झुकती नहीं है
मंज़िल अब सीढ़ी चढ़ के रुकती नहीं है
तेरे हुकुम से ऊपर वाले अभी
खोले क़िस्मत ने ताले सभी
तेरे हुकुम से ऊपर वाले अभी
खोले क़िस्मत ने ताले सभी
बन गई, बन गई
बन गई इसकी, बन गई उसकी
बन गई मेरी ज़िंदगी
(बन गई मेरी...)
(बन गई मेरी...)
Writer(s): Bhuvan Bam
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