Credits
PERFORMING ARTISTS
Firki
Lead Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Chetan
Songwriter
Mukul
Songwriter
Lyrics
देखो ना धूप में,
ओस की बूंदो को,
पत्तियों की गोद में,
सो रही है सुबह को...
रात भर जुगनुओं से खेलती,
पालने में झूलती,
कभी संभल, कभी फिसल,
रात भर...
केहकसे हैं लग रहे...
केहकसे हैं लग रहे,
जायेगी ये किधर,
सूखे से पेड़ पर,
या सुरमयी शाख पर...
रात भर जुगनुओं से खेलती,
पालने में झूलती,
कभी संभल, कभी फिसल,
रात भर...
वो, वो-ओ -हो, वो-ओ -हो, वो-ओ-ओ-हो,
वो, वो-ओ -हो, वो-ओ -हो, वो-ओ-ओ-हो,
वो, वो-ओ -हो, वो-ओ -हो, वो-ओ-ओ-हो,
छू ले कभी तू भी कभी ओस की बूंदों को,
छू ले कभी तू भी कभी ओस की बूंदों को,
छू ले कभी तू भी कभी ओस की बूंदों को,
छू ले कभी तू भी कभी, तो बन जाये वो ज़िन्दगी...
जो रात भर, जुगनुओं से खेलती,
पालने में झूलती,
कभी संभल, कभी फिसल,
रात भर...
Writer(s): Firki, Mukul, Chetan
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