Lyrics

जो दिल में भरा तूने देखेगी उस ज़हर को भुगतेगी मेरे ग़म को मेरी आह के कहर को अपनी ख़ुदगर्ज़ी का अब अंजाम देखेगी ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतक़ाम देखेगी ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतक़ाम देखेगी चाहत का सिला, ज़ालिम मतलब ही दिया तूने मजबूर ना थी, फिर भी धोखा किया तूने नफ़रत को मेरी अब तू सुब्ह-ओ-शाम देखेगी ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतक़ाम देखेगी ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतक़ाम देखेगी तूने हर सितम जो मुझ पे कुछ सोच के किया है क़ुदरत ने सिला उसका आख़िर तुझे दिया है दुनिया शिकस्त तेरी सर-ए-आम देखेगी ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतक़ाम देखेगी ठुकरा के मेरा प्यार मेरा इंतक़ाम देखेगी गा गा सा गा गा सा नि सा सा नि सा नि धा पा गा गा सा गा गा सा नि सा सा सा सा सा गा गा सा गा गा सा नि सा सा नि सा नि धा पा गा गा सा गा गा सा नि सा सा सा सा सा
Writer(s): Anand Anand, Gaurav Krish Bansal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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