Lyrics

जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर मौत का हक़ है ज़िंदगानी पर मौत का हक़ है ज़िंदगानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर एक ठहरा हुआ समुंदर हूँ एक ठहरा, एक ठहरा एक ठहरा हुआ समुंदर हूँ जिसकी बुनियाद है रवानी पर जिसकी बुनियाद है रवानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर मौत का हक़ है ज़िंदगानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर तू हवाओं में उड़ना दिखला दे तू हवाओं में, तू हवाओं में तू हवाओं में उड़ना दिखला दे मैं भी चलना दिखा दूँ पानी पर मैं भी चलना दिखा दूँ पानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर मौत का हक़ है ज़िंदगानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर मेरी ख़ामोशियों को सुन ले तू मेरी ख़ामोशी, मेरी ख़ामोशी मेरी ख़ामोशियों को सुन ले तू ग़ौर कर मेरी बेज़ुबानी पर ग़ौर कर मेरी बेज़ुबानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर मौत का हक़ है ज़िंदगानी पर जैसे प्यासे का हक़ है पानी पर
Writer(s): Ravi Pawar Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out