Lyrics

कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र सईयां घायल किया रे तूने मोरा जिगर कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र सईयां घायल किया रे तूने मोरा जिगर कितना संभाला बैरी दो नैनो में खो गया कितना संभाला बैरी दो नैनो में खो गया देखती रह गई मैं तो जीया तेरा हो गया देखती रह गई मैं तो जीया तेरा हो गया दर्द मिला ये जीवन भर का मारा ऎसा तीर नज़र का दर्द मिला ये जीवन भर का मारा ऎसा तीर नज़र का लूटा चैन करार कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र सईयां घायल किया रे तूने मोरा जिगर पहले मिलन में ये तो दुनिया की रीत है पहले मिलन में ये तो दुनिया की रीत है बात में गुस्सा लेकिन दिल ही दिल में प्रीत है बात में गुस्सा लेकिन दिल ही दिल में प्रीत है मन ही मन में लड्डू फूटे नैनो में फुलझड़ियां छूटे होठों पर तकरार कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र कभी आर कभी पार लागा तीर-ए-नज़र सईयां घायल किया रे तूने मोरा जिगर
Writer(s): Onkar Prasad Nayyar, Majrooh Sultanpuri Lyrics powered by www.musixmatch.com
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